भाटडीह ओपी क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध मुहाना खोलकर कोयला खनन कराया जा रहा है।करोड़पति बनने के चक्कर में खान सुरक्षा के मानकों की अनदेखी कर कराए जा रहे खनन से राष्ट्रीय संपत्ति की क्षति हो रही है, वहीं भू-घसान जैसी घटनाएं घटित हो रही है। ताजा मामला तेलमच्चो – सिंदरी हिरक मार्ग की है मुरलीडीह 13 नं. के समीप रविवार प्रातः भूधंसान की घटना हो गई। मुख्य सड़क पर हुई भूधसान के बाद ग्रामीणों में खलबली मच गयी और बाहर से आकर ग्रामीण क्षेत्र मे अवेध खनन करने वाले कोयला तस्करो के खिलाफ आक्रोश। पड़ोस गांव के लोग जुट गये। वे घटना को लेकर स्थानीय पुलिस और बीसीसीएल प्रबन्धन को कोस रहे थे। उनका कहना था कि आस पास क्षेत्र में किये जा रहे खनन के चलते सड़क पर भूधंसान की घटना हुई है।
इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन व प्रबन्धन अवैध खनन रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठा रहा है। कुछ देर बाद में ग्रामीणों ने कहीं से जेसीबी मंगाकर भू घसान स्थल की भराई कर सड़क को आने जाने लायक बना दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर मुरलीडीह 20/21 पिट्स कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी पी मिश्रा ने बताया कि घटना हीरक रोड पर हुई है। यह बीसीसीएल के अधीन नहीं है, तथा उस जगह पर बीसीसीएल द्वारा किसी प्रकार का कार्य नहीं किया गया है। इसलिए बीसीसीएल की किसी
प्रकार की कोई जवाबदेही नहीं है।
बता दें कि पारजोरिया से नागदा, भाटडीह, मुरलीडीह तक हिरक सड़क से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर आधा दर्जन से अधिक अवैध खदान चलाए जा रहे हैं।
इसके संचालन में महुदा, कतरास, सोनारडीह, बरोरा, तेतुलमारी, धनबाद बोकारो के बड़े कोयला माफिया सिंडिकेट शामिल हैं, जिनको पहुंच झारखंड बिहार प्रदेश के सत्ता के गलियारे तक है। इन्हें कुछ बड़े सफेदपोश का भी संरक्षण मिला है।
यही वजह है कि इनके खिलाफ ठोस कारवाई नहीं होती। कभी कभार एक दो स्थल पर छापामारी कर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है। राष्ट्र हिंद एकता दल जल्द इस अवेध कार्य से संबंधित सभी फोटो वीडियो जिले के वरीय अधिकारी को उपलब्ध कराने का कार्य करेगी।