आप लोग वीडियो में साफ भ्रष्टाचार देख सकते हैं चासनाला कोलियरी के टासरा रेलवे साइडिंग की जिसमे स्थानीय प्रबंधन ने बढ़ते प्रदूषण रोकथाम हेतु कैसे झारखंड पॉल्यूशन बोर्ड की नजरो से बचने के लिए खानापूर्ति और अयिवाश किया हैं ।बताते चलें की रेलवे साइडिंग के बगल में चारों तरफ घनी आबादी है परंतु कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों को स्थानीय ग्रामीणों की चिंता नहीं है चिंता भी है तो कैसे सरकारी खजाने को कैसे बंदरबाट कर झपट लिया जाए एक ही कार्य को कई बार किया जा रहा फिर भी प्रदूषण रोकथाम करने में सफल नहीं हो रहे । राष्ट्रिय मजदूर यूनियन चासनाला शाखा के नेताओं ने बताया की विगत एक दो वर्षों पहले ही करोड़ों की लागत से रेलवे साइडिंग में चार दिवारी का निर्माण सीमेंट कंक्रीट से किया गया था जो 6 महीना नहीं चला , टूट कर गिर गया या फिर गिरा दिया गया और अभी ग्रामीणों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हुए कपड़ा चार दिवारी का निर्माण बांस लगाकर टेंपररी व्यवस्था किया गया है क्या इससे ग्रामीणों को प्रदूषण से राहत मिलेगा इस तरह सरकारी पैसा का बर्बादी कर संबधित विभाग के कुछ अधिकारी एवं ठेकेदार लूटने में लगे हुए हैं ग्रामीणों की चिंता किसी को भी नहीं है ग्रामीणों को कोल डस्ट न खाना पड़े चिंता करते हुए प्रदूषण विभाग ने जो दिशा निर्देश स्थानीय प्रबंधन को दिया है उस दिशा निर्देश को भी यहां के अधिकारी,टेंडर विभाग और ठेकेदार नही मानते हैं।राष्ट्रिय मजदूर यूनियन सह आजसू पार्टी के नेता सह चासनाला ओझा बस्ती निवासी सुदर्शन ओझा ने बताया की वीडियो में आप लोग साफ देख रहे है कैसे टासरा रेलवे साइडिंग वॉल बाउंड्री कार्य में खानापूर्ती कर फंड की लूट की जा रही है इतना ही नहीं चासनाला गांव के दक्षिण दिशा पर ईस्ट और वेस्ट क्वेरी में कार्य करने वाली तत्कालीन आऊटसोर्सिंग कंपनी द्वारा ओबी डंप कर पहाड़ बना दिया गया ताकि उधर का भी शुद्ध हवा ग्रामीणों को नहीं मिले जला हुआ ओबी डाल दिया गया था। अब झारखंड प्रदूषण विभाग ही इस तरह का त्राहिमाम समस्या पर पूर्ण रूप से नियंत्रण कैसे हो देखें हम लोग उन्हें के पास लिखित शिकायत करेंगे इसके शिवा हम ग्रामीणों के पास कोई रास्ता नहीं बचा है।