चासनाला, पाथरडीह सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कलश स्थापित कर विषहरि मां मनसा की पूजा धूमधाम से की गई। मां मनसा की पूजा-अर्चना में श्रद्धालु रातभर लगे रहे।
धनबाद जिले में मां मनसा पूजा पारंपरिक त्योहार के रूप में मनाया जाता है। बंगला व ओड़िया पंचांग के अनुसार श्रावण संक्रांति, भादो संक्रांति एवं अश्विन संक्रांति को मां मनसा की पूजा की जाती है। मान्यता है कि मां मनसा सर्प देवी है। मां मनसा की पूजा से हम सर्पदंश से सुरक्षित रह सकते हैं।
धनबाद जिला समेत विभिन्न क्षेत्रों में मनसा पूजा का आयोजन किया गया है। जहां पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा है। झरिया के आसपास के क्षेत्र में श्रावण महीने की संक्रांति को अधिकांश जगहों पर मनसा पूजा का आयोजन किया गया। प्रतिमा विसर्जन तक मनसा पूजा की धूम रहेगी।