कोयला चोरों का मनोबल कितना बढ़ गया है ,ताजा उदाहरण कल बीती रात उस समय देखने को मिली जब निरसा थाना की पुलिस रात्रि गश्ती के लिये निकली थी । शाशनबेरिया के निकट जीटी रोड पर कोयला लोड वाहन का पीछा कर रहे थे कि एक अन्य वाहन से अवैध कोयला लोड वाहन को कभर कर रहे कोयले के धंधेबाजों ने पुलिस गश्तीदल के जीप को जोरदार टक्कर मार दी जिससे गश्तीदल इंचार्ज एएसआई बिनोद सिंह गम्भीर रूप से घायल हो गए ,दल के अन्य बल को भी चोटें आई । घटना मध्य रात्रि बाद कि बताई जाती है । सूत्र के अनुसार घटना के बाद घायल एएसआई बिनोद सिंह को धनबाद असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
जानकर बतातें हैं कि कोयला चोर कितने शशक्त और निर्भीक हो गए हैं कि अब वे पुलिस पर ही हमला करने लग गए हैं । पिछले दिनों धनबाद के जोगता थाना क्षेत्र में कोयला व लोहा चोरों का गिरोह पुलिस पर हमला ही नही किया बल्कि घायल पुलिस को अस्पताल में भर्ती भी करवा दिया बाद में इज्जत बचाने हेतू छह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ,यह सब क्यों और कैसे हो रहा है ? यह एक गम्भीर सोचनीय प्रश्न है । पुलिस जबतक शशक्त नही होगी , समुचित व कारगर करवाई नही करेगी तो कोयला चोरों का मनोबल बढ़ा रहेगा ही ।
एक तरफ पुलिस कारवाई करती है फिर भी कोयले के अवैध धंधे पर रोक क्यों नही लगती ? यह एक गम्भीर प्रश्न है । एक आंख में काजल एक आंख में सुरमा नही चलेगा । उसी का नतीजा आज की घटना को देखा जा सकता है । अगर पुलिस आज से शशक्त हो जाय तो क्या मजाल की एक छटाक कोयला इधर से उधर हो जाय ।