पत्रकार सुरक्षा कानून अविलंब लागू करने के लिए राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत झारखंड प्रदेश और धनबाद जिले का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त धनबाद माधवी मिश्रा से मिलकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि देश भर में पत्रकारों पर हमले और हत्या का सिलसिला जारी है । पत्रकार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।
ताजा मामला है छत्तीसगढ़ का । जहां सड़क घोटाले का समाचार पर्दाफाश किये जाने पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की जघन्य हत्या कर दी गई। मांगों में मुख्य रूप से पत्रकारों की सुरक्षा की गारंटी के लिए कानूनी प्रावधान करने , पत्रकारों की सुरक्षा के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की रोकथाम के लिए कानूनी प्रावधान करने , पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए कानूनी प्रावधान करने , पत्रकारों के लिए सुरक्षा उपायों का प्रावधान करना जैसे कि सुरक्षा गार्ड , सुरक्षा उपकरण आदि। पत्रकारों की शिकायतों के निवारण के लिए एक प्रणाली स्थापित करना , पत्रकारों के लिए सरकारी स्तर पर प्रशिक्षण और समर्थन प्रदान करना जिससे वह अपने काम में सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से कम कर सकें , सरकारी एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करना जिससे पत्रकारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। पत्रकारों पर थाना स्तर पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने से पूर्व जिला के पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पत्रकारों को स्वास्थ्य सेवा , रेल तथा बीमा, आवास, पेंशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रेस द्वारा जारी कार्ड धारी वह चाहे प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेब पोर्टल ना कि सिर्फ मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सभी पत्रकारों के लिए उपरोक्त वर्णित सुरक्षा सुविधा आदि सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता सूची में शामिल की जाए क्योंकि पत्रकार देश का चौथा स्तंभ आज असुरक्षित है और अपने आप को अनाथ महसूस कर रहा है ।
प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से मोहम्मद जहीरूद्दीन खान झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह प्रभारी छत्तीसगढ़ , शिव शंकर यादव धनबाद जिला अध्यक्ष, दलीप सिंह राजपाल, कानूनी सलाहकार अंजन सिंहा, प्रदीप सिंह , लखन विश्वकर्मा , शिशिर मिश्रा, मनोहर लाल सोनी , अशोक पांडेय, उज्जवल बॉस , उमेश प्रसाद,सुनील सिंह , सूरज दास , विजय शर्मा , योगेंद्र कुमार, प्रवीण सिंह , विजय ठाकुर , मनोज कुमार , गुलाम मुस्तफा अंसारी, मोहम्मद शाकिर के अलावे काफी संख्या में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार मौजूद थे ।