#dcdhanbad #sspdhanbad #Baghmara #forest
इन दिनों बाघमारा मे एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है जो पूरे जिले और मीडिया जगत मे चर्चा का बिषय बना हुआ है। मीडिया मैनेजिंग के नाम पर कोयला तस्कर से लिस्ट बनाकर मोटी रकम की हो रही अवेध वसूली है और उगाही जिस पर रोक लगाने की मांग की हैं राष्ट्र हिंद एकता दल ने ।
स्थानीय सूत्रों ने बताया की बरोरा क्षेत्र के मंदरा में राम और हिमम्त के इशारे पर अवेध कोयले का कारोबार फलफूल रहा है। मीडिया मैनेजमेंट के नाम पर मोटी रकम की उगाही कर डकार जाते हैं धनबाद जिले के बाघमारा विधानसभा के अवेध मीडिया मैनेजमेंट मंथली कलेक्शन गैंग। मीडिया हाउस, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,डिजिटल वेब पोर्टल के संपादक, कैमरामैन, स्थानीय प्रतिनिधि,न्यूज़ व्हात्सप् ग्रुप एडमिन मैनेजिंग के नाम पर लेते हैं 3 से 4 हजार रुपये और देते है एक हजार से पंद्रह सौ रुपये।
कोयले के अवैध कारोबार में जुड़े लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। प्रतिदिन दिहाड़ी मजदूरी करने वाले राजमिस्त्री और ठेला-खोमचे, समाजसैवी कई लोग अब अपने मूल काम को छोड़ कर इस धंधे में शामिल हो गए है। अवैध कारोबार से जुड़ने का मुख्य कारण ये है कि प्रतिदिन उन्हें घंटे मजदूरी करने पर 300 से 350 रुपये की दिहाड़ी मिलती है। लेकिन कोयले के धंधे में सिर्फ तीन घंटे ही काम करना पड़ता है। सुबह 5 से लेकर 8 बजे तक साइकिल मोटरसाईकिल पर कोयला लोड कर गंतव्य तक पहुंचाने पर 1200 से 1500 रुपए मिल जाता है।
साइडिंग के पीछे के रास्ते की ओर जंगली की झाडियों में कोयला चुराकर रखा जाता है तथा अपर मंदरा के मुख्य मार्ग से दो पहिया वाहन मोटरसाइकिल से कोयला को भारी मात्रा में इकठा कर अवैध कोयला का भंडारण किया जाता है। भारी मात्रा में अवैध कोयला का भंडारण होने के बाद वाहन लगाकर कोयले को मजदूरों के माध्यम से भर दिया जाता है। जिसके बाद वाहनों को जंगलों की झाड़ियों से निकालकर कोयला तस्करों के गुर्गे के निगरानी पर अपर मंडरा के रास्ते में लाया जाता है। और उसे सीधे अपर मंदरा गणेशपुर के मार्ग होते हुए डुमरा से बरोरा थाना होते हुए राहुल चौक से बाये मुड़कर राजगंज तोपचांची के नेशनल रोड पकड़ा दिया जाता है। कोयला बड़े बड़े मंडियों की ओर रवाना होती है।
jharkhand #stopkoyla #koylachori #koylaloot