अवैध उत्खनन की सूचना देने वाले व्यक्ति को प्रोत्साहन राशि दे प्रशासन- बिजय कुमार झा
अवैध उत्खनन और कोयला चोरी पर समाजसेवी बिजय झा का तीखा प्रहार, शासन प्रशासन को घेरा
कतरास: अवैध उत्खनन के मामले में बियाडा के पूर्व अध्यक्ष सह समाजसेवी बिजय कुमार झा खुलकर मुखर हो गए हैं। अवैध उत्खनन के कारण कोयलांचल में
भू धंसान की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही है। वहीं सरकार को भी लगातार राजस्व की क्षति हो रही है। प्रेस मीडिया को संबोधित करते हुए बिजय झा ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि नववर्ष की शुरुआत में ही रामकनाली ओपी अंतर्गत भू धंसान की घटना सामने आई। अवैध उत्खनन से जहाँ कई गरीब लोगों की जान जा चुकी है वहीं सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है।
स्थानीय पुलिस, बीसीसीसीएल और सीआईएसएफ को अवैध उत्खनन का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि जिस सीआईएसएफ के रहते हुए एयरपोर्ट पर पावर बैंक नही ले जाया जा सकता है। उस सीआईएसएफ के नाक के नीचे से ट्रक के ट्रक अवैध कोयला निकल रहा है और सीआईएसएफ अनजान बनकर बैठा हुआ है।
जब सीआईएसएफ राष्ट्रीय संपत्ति को लूटने से बचाने में नाकाम साबित हो रहा है तो केंद्र सरकार को सीआईएसएफ पर हो रहे सैकड़ों करोड़ के खर्च पर रोक लगा देना चाहिए। अवैध उत्खनन की जब बात आती है तो केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों एक दूसरे पर दोषारोपण करते हैं और उसका राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। सरकार अगर वास्तव में कोयला चोरी और किसी भी प्रकार का अवैध खनन पर रोक लगाना चाहती है तो सरकार/प्रशासन को चाहिए कि वे सार्वजनिक रूप से घोषणा करें कि जो व्यक्ति अवैध खनन या अवैध कोयला लोड ट्रक/हाइवा की जानकारी देगा उसको प्रशासन की ओर से जब्त किए गए कोयले की लागत का 1 प्रतिशत अर्थात 2-3 हजार रुपया प्रोत्साहन राशि अथवा ईनाम राशि के रुप मे दिया जाएगा। यकीनन अवैध उत्खनन पर लगाम लग जायेगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इंदौर में भिखारी मुक्त इंदौर बनाने के लिए कुछ इसी प्रकार का अभियान चलाया जा रहा है जिसमें कई लोगों को ईनाम भी दिया गया है।
बिजय झा ने कहा कि अवैध उत्खनन पर कार्रवाई की खानापूर्ति करके स्थानीय प्रशासन अपनी चमड़ी बचाने का कार्य करते हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन दबाब में काम करते हैं। अवैध खनन का रैकेट चलाने वालों का हाथ ज्यादा लंबा है, अधिकारी को डर होता है कि अवैध कारोबारी पर कार्रवाई करने पर कहीं उसका तबादला न हो जाये। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बच्चा बच्चा को पता है कि अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है लेकिन बीसीसीएल अवैध खनन की बात खुले मंच से स्वीकार नही करके केवल अपने पाप को ढकने का काम कर रही है। श्री झा ने कहा कि अवैध उत्खनन रोकने के लिए एरिया के महाप्रबंधक को अपनी ओर से ड्रोन देने का भी बात कहा है हालांकि महाप्रबंधक की पर से इस पर कोई जवाब नही दिया गया। यदि ड्रोन से अवैध खनन और चोरी का कोयला का निगरानी किया जाए और उसी के अनुसार कार्रवाई किया जाए तो अवैध खनन पर लगाम लग सकता है। उन्होंने इस संबंध में राँची हाई कोर्ट में पीआईएल भी दायर कर रखा है।