संयुक्त संघर्ष मोर्चा सिंदरी का एक विशेष बैठक रोहराबांध सिंदरी में मोर्चा के संयोजक रामु मंडल की अध्यक्षता में संपन्न हुई।बैठक में संयुक्त संघर्ष मोर्चा मे शामिल क्षेत्र के राजनीतिक दल के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में 16 अक्टूबर को एफसीआईएल प्रबंधन द्वारा क्वार्टर लीज से संबंधित नोटिफिकेशन पर चर्चा हुई। चर्चा में एक स्वर से सभी दलों के प्रतिनिधियों ने एफसीआईएल प्रबंधन द्वारा जारी नोटिफिकेशन को तुगलकी फरमान कहा और एक सिरे से खारिज करते हुए एफसीआई प्रबंधन के मनसा पर संदेह व्यक्त किया । नोटिफिकेशन से ऐसा प्रतीत होता है कि एफसीआईएल प्रबंधन एफसीआई के पूर्व कर्मचारी उनके आश्रितों एवं वर्षों से सिंदरी में रह रहे सिंदरी वासियों को आवास देना ही नहीं चाहता है। 15 अगस्त को एफसीआईएल के ओएसडी सुरेंद्र सिंह शेखावत द्वारा यह घोषणा किया गया था कि पूर्व कर्मचारी को क्वार्टर लीज पर दिया जाएगा, यह सिंदरी वासियों के लिए वर्षों का सपना पूरा होने जैसा था लेकिन जारी नोटिफिकेशन पूरी तरह से अन्याय पूर्ण है, इस अन्याय के खिलाफ पूरे सिंदरी में आक्रोश है। एफसीआई प्रबंधन को यह ज्ञात होना चाहिए जिस आवास में कोई भी सिंदरी वासी निवास कर रहे हैं, केवल वही क्वार्टर सुरक्षित है जिसमें कोई नहीं रह रहा वह तो नष्ट हो चुका है।
संयुक्त संघर्ष मोर्चा 7 जुलाई को दिये अपने मांग पत्र में एफसीआई प्रबंधन से यह मांग किया है की सिंदरीवासीयों को सस्ता एवं लंबे समय(33 वर्ष) के लिए लीज दिया जाए। लेकिन जारी नोटिफिकेशन मे भाड़े पर क्वार्टर देने एवं 21 वर्षों के भाड़े के साथ यह मान्य नहीं है।संयुक्त संघर्ष मोर्चा एफसीआईएल प्रबंधन से मांग करता है जारी नोटिफिकेशन को वापस लिया जाए एवं सिंदरीवासियों को विश्वास में लेकर सस्ता तथा लंबे अवधि की लीज देने की प्रक्रिया शुरू किया जाए।
अगर इनकी मांगों को नहीं माना जाता है तो संयुक्त संघर्ष मोर्चा सिंदरीवासीयों को एकजुट कर चरणबद्ध आंदोलन करेगा।
बैठक में मोर्चा के संयोजक सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता रामु मंडल, आरजेडी के सिंदरी नगर अध्यक्ष मुनेश्वर यादव, मासस के नगर सचिव राजीव मुखर्जी, कांग्रेस के नेता सत्येंद्र नाथ सिंह सीपीआई(एम)के शाखा सचिव गौतम प्रसाद, सूर्य कुमार सिंह माले के सिंदरी नगर सचिव कृष्ण प्रसाद महतो ने अपना वक्तव्य रखा।
बैठक में सुभाष मंडल ,अनिल सिंह ,सुभाकर मंडल ,राजीव यादव ,मुकेश कुमार ,अजीत मंडल, राजू बाउरी उपस्थित थे।