सेल चासनाला की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा ओपन कास्ट माइंस में कोल ब्लास्टिंग से घरों में दरार पड़ने की शिकायत बुधवार को महिलाओं ने किया। टासरा बस्ती के आर्य समाज सिंदरी की महिलाओं बताया कि प्रोजेक्ट में हैवी ब्लास्टिंग से घरों में दरारें पड़ रही हैं। घर में रहना मुश्किल हो गया है। घरों में रहने में डर लगता है कि कहीं घर में ही जमींदोज नहीं हो जाएँ। इसके लिए बाहर खड़े रहकर ब्लास्टिंग की कंपन्न से बचा जा रहा है। उन्होंने गौशाला ओपी पुलिस से शिकायत की है कि कोयला खनन के लिए ब्लास्टिंग का मापदंड डीजीएमएस के मापदंडों से मेल नहीं खा रहा है। हालांकि इन घरों की दूरी प्रोजेक्ट से लगभग 15 से 20 मीटर की दूरी पर है।
शशंकित टासरा बस्ती के लोगों में बजरंग गोस्वामी, सपन गोस्वामी, तपन गोस्वामी, राजकिशोर शाह, तसमुद्दीन अंसारी, प्रदीप रवानी, सोमा देवी, रीता देवी, मालती देवी, अनिता देवी, संगीता देवी, सोनाली गोस्वामी, मंजू गोस्वामी सहित दर्जनों घरों के महिला पुरुष मौजूद थे।
वही जन विकास संगठन आशा जोशी ने कहा अगर यह ब्लास्टिंग नहीं रोकता है तो हम लोग जोरदार आंदोलन करेंगे रोड में आकर रोड जाम तक करेंगे अन्यथा यह कंपनी वाला ब्लास्टिंग बंद करें या तो इन लोगों को पुनर्वास कर दे
ताकि इन लोग का जीवन सुरक्षित रहे इन लोग दिन में डर-डर के घर में रहते हैं कभी भी यह लोग मौत के घाट उतार सकते हैं