विदित हो कि धनबाद राजगंज निवासी जरीना खातुन को उसका पति – मेराज अंसारी बराबर मार-पीट कर प्रताडित करता रहता था। खाना-पीना भी ठीक से नहींं देता था , एवं धमकी देता रहता था कि हम दूसरा शादी कर लेंगे। अन्ततः दूसरा शादी कर भी लिया और इसको छोड़ दिया।
जरीना खातुन न्याय प्राप्ति हेतु न्यायलय में वर्ष- 2017 में एक केश किया था । मेराज अंसारी न्यायलय में लगातार अनुपस्थित रहने एवं न्यायलय के आदेश का उल्लघंन करने के कारण उस पर डेढ साल पहले वारेन्ट निर्गत हुआ था परन्तु थाना द्वारा उसको गिरफ्तार नहीं करने के चलते जरीना खातुन काफी तनाव एवं परेशानी में थी। उसका पति नहीं पकड़ाने के चलते न्यायलय से भी उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था।
जरीना खातुन न्याय प्राप्ति एवं न्यायलय के आदेश का अनुपालन कराने को लेकर मानवाधिकार के कार्यालय में एक आवेदन देकर गुहार लगाई थी, जिसके आलोक में मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के अध्यक्ष सज्जन शर्मा के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम गठित कर जिनमें संगठन के स्टेट प्रतिनिधि बिनोद प्रसाद , राज्य उप प्रभारी राजीव कुमार , स्टेट मोटीभेटर तनवीर आलम के संयुक्त टीम द्वारा राजगंज थाना पहुंच कर थाना प्रभारी से बात कर मामले की जाँच पडताल किया। जाँच के दौरान टीम द्वारा थाना प्रभारी को स्पष्ट रूप से कहा गया है, कि अतिशीघ्र अभियुक्त मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर न्यायालय को सुपुर्द किया जाय ताकि पीडिता को जल्द न्याय प्राप्त हो सके। इस संबंध में थाना प्रभारी ने आश्वाशन दिए है कि जल्द अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय को सुपुर्द कर देंगे ।