चासनाला:त्रिकोणीय राजनीति में फंसे ठेका मजदूर, जारी हुआ कारण बताओं नोटिस

सेल चासनाला कोलियरी के डिप माइन बत्ती घर में हुए मारपीट कांड में आज 10 दिन हो गए हैं । इमरजेंसी सेवा को छोड़कर अपर सीम खदान का कोयला उत्पादन सहित अन्य कार्य ठप है सेल प्रबंधन चुप्पी साधे हुए हैं । कंपनी को हजारों टन कोयला उत्पादन की क्षति हुई हैं जिसकी भरपाई कौन करेगा।घटना के बाद से गुस्साए ठेकेदार द्वारा कार्य को बंद रखा गया है । ठेकेदार ब्रजेश पांडेय और अन्य द्वारा जनता श्रमिक संघ के अध्यक्ष साजन सिंह,ठेका मजदूर भवेश सिंह , फटीक गोराई, संजय यादव पर रंगदारी सहित अन्य गंभीर धाराओं में पाथेरडीह थाना में मामला दर्ज करवा दिया गया हैं वही ठेका मजदूर फटिक गोराई और भवेष सिंह द्वारा भी सेल कर्मी उपेन्द्र पांडे सहित ठेकेदारों पर मामला दर्ज करवाया गया हैं । पुलिस अभी तक जांच के नाम पर चुप हैं किसी की भी गिरफ़्तारी या पूछ ताछ नही हुई हैं । घटना के दस दिन बीत जाने के बावजूद सिर्फ प्राथमिकी दर्ज कर देना और क्या सही मामला हैं क्यूं मारपीट की घटना घटी किसने अशांति फैलाया सहित अन्य बिंदुओं पर सवाल उठ रहे हैं।पाथरडीह पुलिस राजनीतिक दवाब में साफ संकेत दिखाई दे रही है।मजदूर प्रतिदिन घर से कार्य शुरु होने की आशा में चासनाला कोलियरी आ रहे हैं और वापस जा रहे हैं ।वहीं कोल माइनिंग डेवलपमेंट एंड कंपनी ठेकेदार ने कांड्रा निवासी ठेका मजदूर फटिक चंद्र गोराई सहित अन्य ठेका मजदूरों और जनता श्रमिक संघ से जुड़े मज़दूरों को कारण बताओं नोटिस जारी कर प्रथम पाली में अपर सीम भूमिगत खदान के कार्य में अवैध एवं अस्वेधानिक तरीके से कार्य में अकारण बाधा उत्पन्न कर बत्ती लेकर मजदूरों को कार्य में जाने से रोकना एवं बत्ती घर से बत्ती नहीं निकलने देना एवं द्वितीय पाली में संवेदक के साथ दुर्व्यवहार एवं मारपीट करने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है ।सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। अब देखना हैं कोलियरी, मज़दूर, राष्ट्र हित में आगे क्या होता है जो भी हो त्रिकोणीय राजनिति जिसमे सेल प्रबंधन, ट्रेड यूनियन और सिंडिकेट ठेकेदारों के समर्थक शामिल हैं मज़दूर इस घटना के बाद से बुरी तरह से पीस रहे हैं । सूत्रों का कहना हैं की अब ठेकेदार भी खदान चालू कराने के पक्ष में हैं उनके समर्थन में कुछ पॉकेट यूनियन मुंशी और मज़दूरों का साथ लेकर प्रबंधन पर कोलियरी चालू कराने का दवाब बनाने के मूड में हैं ।

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