आसन्न लोकसभा चुनाव 2024
उपयुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री वरुण रंजन के निर्देशानुसार जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय ने आसन्न लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी) व मीडिया कोषांग की जानकारी दी।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव के समय, मीडिया चुनाव संबंधी जानकारी के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विभिन्न उल्लंघनों और अनियमितताओं को भी सामने लाता है और मतदाताओं के हित में विभिन्न राजनीतिक बहसों को मंच प्रदान करता है।
हाल के दिनों में मीडिया ने कई सार्वजनिक मुद्दों को जोर-शोर से उठाया है। हालांकि, चुनाव मामलों में मीडिया की गतिविधियों के संबंध में पेड न्यूज़, फेक न्यूज जैसी कुछ अवांछित जटिलताएं भी विकसित हुई हैं, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा भारतीय प्रेस परिषद (प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया) द्वारा पेड न्यूज को “किसी भी मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक) में नकद या अन्य मूल्य पर प्रतिफल के रूप में प्रदर्शित होने वाली कोई भी खबर या विश्लेषण” के रूप में परिभाषित किया गया है।
राजनीतिक दल और मीडिया समूह आयोग से मिलकर समय-समय पर पेड न्यूज के खिलाफ कड़े कदम उठाने का अनुरोध भी कर रहे हैं। 2010 में चुनाव आयोग ने विज्ञापनों के प्रमाणीकरण के साथ ही पेड न्यूज और अन्य उल्लंघनों की निगरानी के लिए जिला स्तर और राज्य स्तर पर मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) नियुक्त की है।
पेड न्यूज में संलिप्त प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संबंध में, आयोग पेड न्यूज के निर्णयित मामलों को आवश्यक कार्रवाई के लिए क्रमशः प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया और न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन को भेजता है। आयोग समय-समय पर विभिन्न राज्यों में मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों को इन चुनावी कदाचारों में शामिल न होने के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी करता है।